INDIAN ARMY की अग्निपथ योजना पर क्यों उठ रहे हैं गंभीर सवाल सेना भी कर रही अपना सर्वे, क्या अग्निवीर योजना को लेकर होने वाला है बड़ा फैसला?

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विपक्ष की ओर से सेना में अग्निवीरों की भर्ती को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। वादा किया गया है कि सत्ता में आए तो इस योजना को समाप्त कर देंगे। वहीं अब यह खबर सामने आ रही है कि सेना के भीतर इस योजना को लेकर सर्वे कराया जा रहा है और सर्वे रिपोर्ट को अगली सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान इस बार अग्निवीरों का मुद्दा विपक्ष की ओर से उठाया जा रहा है। कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं और यह भी कहा है कि सत्ता में आते ही अग्निपथ स्कीम को समाप्त कर देंगे। वहीं अब यह खबर सामने आ रही है कि भारतीय सेना में इस योजना को लेकर कुछ बदलाव हो सकते हैं। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सेना अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया पर अब तक के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आंतरिक सर्वे करा रही है। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर वह योजना में संभावित बदलावों के संबंध में आने वाली सरकार के लिए सिफारिशें तैयार कर सकती है। जून 2022 में शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत चार साल की अवधि के लिए अग्निवीरों की भर्ती सेना में की जा रही है।
चार साल की सर्विस के बाद सैनिक के योग्यता और जरूरतों के हिसाब से 25% तक सैनिकों को ही नियमित किया जाएगा। इसके लिए सैनिकों को आवेदन करना होगा। इस योजना के शुरू होने के बाद से ही इस पर काफी बहस हो रही है, खास तौर पर राजनीतिक हलकों में। अभी हाल ही में हरियाणा में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सेना को अग्निवीर स्कीम नहीं चाहिए, इंडिया गठबंधन की सरकार आते ही इसे कूड़े में फेंक देंगे।
विपक्ष हमलावर है तो वहीं कुछ हफ्ते पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार अग्निपथ योजना में बदलाव के लिए तैयार है और अग्निवीर के तौर पर शामिल होने वाले युवाओं के भविष्य पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। खबर के मुताबिक अधिकारियों से अग्निवीरों की भर्ती, ट्रेनिंग और दूसरी चीजों पर टिप्पणी मांगी गई है जिनके अधीन अग्निवीर काम करते हैं। अधिकारियों ने कहा है कि सभी सवालों के उत्तरों को मूल्यांकन के लिए रखा जाएगा। इसमें करीब दस सवालों की सूची है।
सर्वे में यह सवाल शामिल है कि अग्निवीरों ने सेना में शामिल होने का फैसला क्यों किया, अग्निवीर के रूप में शामिल होने से पहले उन्होंने कौन-कौन सी अन्य नौकरियां, प्रतियोगी परीक्षा या भर्ती की कोशिश की। क्या उन्हें लगता है कि उन्हें सेना में स्थायी रूप से शामिल किया जाना चाहिए। सर्वे में जो सवाल पूछे जाएंगे उसमें अग्निवीरों के सेना में शामिल होने के प्राथमिक कारणों और सेना में शामिल होने के लिए उनकी उत्सुकता के बारे में जानकारी देनी होगी। देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आवेदकों ने ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दी है, इस पर सवालों के जवाब देने होंगे।

सर्वे में विभिन्न यूनिट और सब-यूनिट कमांडरों से प्राप्त इनपुट को भी ध्यान में रखा जाएगा। इन इनपुट के आधार पर, यह संभावना है कि सेना अग्निवीरों की नियुक्ति, दीर्घकाल में अग्निवीरों की नियुक्ति का एक स्थायी प्रतिशत आदि के संदर्भ में योजना में संभावित बदलाव सुझाएगी।

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