Amarnath Yatra

Amarnath Yatra: कश्मीर में हाईटेक उपकरणों के साथ कमांडो और स्नाइपर तैनात, मजबूत सुरक्षा ग्रिड की स्थापना

Amarnath Yatra

Amarnath Yatra: कश्मीर में हाईटेक उपकरणों के साथ कमांडो और स्नाइपर तैनात, मजबूत सुरक्षा ग्रिड की स्थापना को सुरक्षित बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर मजबूत सुरक्षा ग्रिड स्थापित किया है। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) कश्मीर में कहा गया है कि अभी हाल ही में कुछ आतंकी घटनाओं ने प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। ऐसे कई इनपुट मिलने के बाद पुख्ता रणनीति बनाई गई है।

Amarnath Yatra को सुरक्षित बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर मजबूत सुरक्षा ग्रिड स्थापित किया है। उपकरणों के साथ यात्रा मार्गों पर कमांडो और स्नाइपर तैनात किए गए हैं। साथ ही कुछ बदलाव किए गए हैं, ताकि बाबा बर्फानी के भक्तों को परेशानी न हो। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) कश्मीर से बातचीत में कहा कि अभी हाल ही में कुछ आतंकी घटनाओं ने प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। ऐसे कई इनपुट मिलने के बाद पुख्ता रणनीति बनाई गई है।

आईजीपी ने कहा, Amarnath Yatra कश्मीर के कई जिलों से गुजरती है। इसी संदर्भ में इस साल सुरक्षा के लिए बहुपक्षीय और बहुआयामी रणनीति अपनाई गई है। इसमे हमने काफी विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की है। यह सुरक्षा जेके पुलिस और सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेज की अतिरिक्त टुकड़ियों ने संभाल रखी है।

वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए अचूक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि राजमार्गों को सुरक्षित करने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।

जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने वाहनों में यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कट-ऑफ समय निर्धारित किया है जिसके तहत उन्हें निर्धारित घंटों के बीच आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।

जम्मू के एसएसपी विनोद कुमार ने कहा कि व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की सक्रियता शामिल है।

इसको लेकर आईजीपी ने कहा, यह सुरक्षा तंत्र का अंतर्निहित भाग रहता है। हमने हाल ही में एसओपी बनाई है। हाल ही में पुलिस द्वारा कई एंटी-मिलिटेंसी ड्रिल की गई हैं। उनको ध्यान में रखते हुए ड्रिल की गई हैं, क्योंकि यात्रा में सुरक्षा एजेंसियों का भारी अमला तैनात रहता है और उनका आपसी समन्वय बना रहे। जम्मू संभाग में हाल ही में हुईं आतंकी घटनाओं और देश विरोधी गतिविधियों को लेकर बिरदी ने कहा कि जब भी हम सुरक्षा को लेकर सुरक्षाबलों की तैनाती का खाका तैयार करते हैं उस समय ऐसे इनपुट के प्रति सजग रहते हैं और उसी सजगता के आधार पर रणनीति को बदला जाता है।

आपदा स्थिति से निपटने के लिए…
आईजीपी ने कहा, इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के दोनों रूटों पर सुरक्षा एजेंसियों की विशेष महारत प्राप्त माउंटेन रेस्क्यू टीमें (एमआरटी) तैनात की गई हैं। दरअसल एमआरटी की तैनाती पर ज्यादा ध्यान 2022 में आई बाढ़ के बाद से दिया जा रहा है, जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे। बिरदी ने कहा, यात्रा मार्ग काफी दुर्गम और कठिन हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ऐसी विभिन्न माउंटेन रेस्क्यू टीमें तैनात की हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीएपीएफ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी शामिल हैं। आपदा स्थिति से निपटने के लिए इन टुकड़ियों को मैपिंग किए गए रास्तों, असुरक्षित स्थानों पर तैनात किया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना के दौरान ये टीमें तुरंत प्रतिक्रिया दे सकें और रेस्क्यू व मदद पहुंचा सके।

निगरानी में हाईवे
अमरनाथ यात्रा के लिए हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। ड्रोन, सीसीटीवी, यूएवी, स्नाइपर आदि लगाए जा रहे हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशेष रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) तैनात की गई है। वीके बिरदी ने कहा, पूरे यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। सीसीटीवी कवरेज, ऑब्जरवेशन पॉइंट्स और हाई-राइज ऑब्जरवेशन पॉइंट जैसी रणनीति अपनाई जा रही है। जम्मू-कश्मीर के ट्रैफिक विंग की ओर से भी समय समय पर एडवाइजरी जारी की जाएगी, ताकि यात्रियों को कोई दिक्कत न आए।

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