Israel Vs Hezbollah : हथियारों का जखीरा किसके पास कैसे-कैसे हथियार, जंग में कौन किस पर भारी

Israel Vs Hezbollah : हथियारों का जखीरा किसके पास कैसे-कैसे हथियार, जंग में कौन किस पर भारी

Israel Vs Hezbollah :इस इलाके में एक नए युद्ध की शुरुआत है. इस जंग में कौन कितना भारी है. किसके पास कितने हथियार हैं. पहले हिजबुल्लाह के सैकड़ों पेजर्स में दूर बैठकर ट्रिगर के जरिए विस्फोट हुए, जिसमें 30 से ज्यादा जानें गईं. फिर हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट दागे. पलटवार में अब इजरायल ने दक्षिणी लेबनान पर मिसाइल्स से हमले की झड़ी लगा दी. इसमें 500 लेबनानी मारे गए. इजरायल ने ठान लिया है कि वो अबकी बार हिजबुल्लाह को तबाह करके ही छोड़ेगा.

इजरायल बड़े पैमाने पर उसके हथियार के भंडार पर बड़े हमले कर रहा है. जानते हैं हिज्बुल्लाह के बारे में सब कुछ सबसे पहले हिजबुल्लाह की ताकत के बारे में जानते हैं कि उसके पास हथियारों की कितना भंडार है. दरअसल ईरान समर्थित इस समूह ने दशकों से विशाल हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर रखा है.

1975-1990 के लेबनान के गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद भी अपने हथियार बरकरार रखे हैं. हिजबुल्लाह ऐसा अकेला लेबनानी गुट है जिसने माना जाता है कि उसके पास लेबनान की राष्ट्रीय सेना से भी अधिक शक्तिशाली हथियार और फौज है. विशेषज्ञों का कहना है कि हिजबुल्लाह के पास बिना निर्देशित भारी तोपखाना रॉकेट, बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ विमान रोधी, टैंक रोधी और जहाज रोधी मिसाइलों की एक विस्तृत श्रृंखला है.

हिजबुल्लाह का मिलिट्री बजट करीब 700 मिलियन डॉलर का है. जिसे आमतौर पर ईरान से फंड किया जाता है.

लेबनान की सैन्य क्षमता
कितने सैनिक
इस संगठन के नेता हसन नसरूल्ला ने 2021 में ये दावा किया था.हिज्बुल्लाह के पास एक लाख प्रशिक्षित लड़ाके हैं. हालांकि दूसरे आंकलन कहते हैं कि उसके पास 20,000 फुल टाइम फाइटर्स हैं तो 20,000 रिजर्व फाइटर्स. हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह ने बार-बार कहा है कि उनके समूह के पास उन्नत हथियार हैं जो इजरायली क्षेत्र में अंदर तक हमला करने में सक्षम हैं. कंट्रोल रिस्क कंसल्टेंसी की दीना अरकजी ने कहा कि समूह के लड़ाकों में राडवान इकाई नामक एक विशिष्ट बल शामिल है, जिसे “समूह का विशेष बल कहा जा सकता है”

कितने रॉकेट और मिसाइल
हिजबुल्लाह के हथियार भंडार मे मध्य पूर्व अल मॉनिटर साइट कहती है कि कथित तौर पर 2006 में समूह के पास लगभग 15,000 रॉकेट थे, जबकि पिछले कुछ वर्षों के अनुमानों से पता चलता है कि यह संख्या लगभग 10 गुना बढ़ गई है.” में 120,000 रॉकेट्स और 200,000 मिसाइल्स हैं. जिसमें हर रेंज की मिली जुली, छोटी दूरी से लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल हैं. इसमें हजारों अनगाइडेड रॉकेट्स हैं और फतेह -110 और स्कड जैसी शानदार क्षमता वाली मिसाइल्स भी, जो 310 मील दूर तक टारगेट तक मार कर सकती हैं.

एंटी टैंक मिसाइल्स – इस संगठन के पास हजारों आधुनिक एंटी टैंक मिसाइल्स हैं. जिसमें रूसी कोरनेट औऱ ईरान की अल मास सिस्टम शामिल है.

ड्रोन – हिजबुल्लाह ने कई तरह के और लंबी दूरी तक जाने वाले ड्रोन डेवलप किए हैं. जो 1240 मील दूरी तक जाकर आपरेशन को अंजाम दे सकते हैं. हिजबुल्लाह के पास निगरानी और हमलावर ड्रोन सहित मानव रहित हवाई वाहन हैं, जिनका प्रदर्शन उसने सैन्य शक्ति प्रदर्शन के दौरान किया है.

समुद्री क्षमता –  हिजबुल्लाह के पास कई एंटी शिप मिसाइल्स हैं, जैसे याखोंट जिनका रिजल्ट काफी असरदार रहा है.

अनुभव – सीरिया के गृहयुद्ध में राष्ट्रपति बशर अल-असद के पक्ष में वर्षों तक लड़ने के कारण समूह को महत्वपूर्ण युद्ध अनुभव भी प्राप्त हुआ है हिजबुल्लाह के पास लड़ाई का पर्याप्त अनुभव रहा है. सीरिया गृहयुद्ध में वह हर तरह से इनवाल्व रहा है. 

 बड़े पैमाने पर सुरंगें – इजरायल के टारगेट पर ये सुरंगें भी हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि सुरंगों का नेटवर्क “व्यापक होने की संभावना है.”हिजबुल्लाह ने लेबनान के दक्षिण में बड़ा प्रभाव बनाए रखा है, जहां उसने छिपने के ठिकाने और सुरंगें बनाई हुई हैं, जो बड़ी संख्या में हैं. 

इजरायल की सैन्य ताकत
इज़राइल के पास एक पर्याप्त और परिष्कृत सैन्य शस्त्रागार है, जिसमें पारंपरिक बलों के साथ-साथ परमाणु क्षमताएं भी शामिल हैं.

सैनिक क्षमता कितनी
इजराइल की सेना, जिसे आधिकारिक तौर पर इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के नाम से जाना जाता है. उसमें अनुमानित 169,500 सक्रिय सैन्य कर्मी हैं. इसके अलावा इजराइल एक पर्याप्त रिजर्व सैन्य बल भी रखता है, जिनकी संख्या 465,000 है.
सक्रिय कर्मी: 169,500
रिजर्व कर्मी: 465,000
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) मर्कवा श्रृंखला, बख्तरबंद कार्मिक वाहक और तोपखाने प्रणालियों जैसे उन्नत टैंकों से लैस हैं.

वायु सेना की ताकत
लड़ाकू जेट – इज़राइल के पास करीब 200 F-16 फाइटर जेट हैं. उसने कुछ समय पहले करीब 50 F-35A लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर खरीदे हैं, जो पारंपरिक और परमाणु दोनों मिशनों को अंजाम देने में सक्षम हैं. इज़राइली वायु सेना विभिन्न स्ट्राइक मिशनों के लिए F-15 और अन्य विमानों का भी उपयोग करती है.

भूमि-आधारित मिसाइलें
जेरिको मिसाइलें – इज़राइल के पास जेरिको I, II और III सहित कई बैलिस्टिक मिसाइलें हैं.जेरिको III की रेंज 6,500 किलोमीटर तक है, जो इसे मध्य पूर्व और उससे आगे के लक्ष्यों तक पहुंचने में सक्षम बनाती है.
क्रूज़ मिसाइलें – इज़राइली नौसेना डॉल्फ़िन-श्रेणी की पनडुब्बियों का संचालन करती है जो क्रूज़ मिसाइलों को लॉन्च कर सकती हैं, जिससे इज़राइल की दूसरी-स्ट्राइक क्षमता बढ़ जाती है.

परमाणु शस्त्रागार
अनुमान है कि इजरायल के पास लगभग 90 परमाणु हथियार हैं, जिन्हें हवा (एफ-16 और एफ-15 का उपयोग करके), जमीन (जेरिको मिसाइलों के माध्यम से) और समुद्र (पनडुब्बियों के माध्यम से) के माध्यम से मार करने की क्षमता है.

आयरन डोम समेत कई रक्षा प्रणालियां
इजरायल ने दुश्मनों से आने वाले खतरों को रोकने के लिए आयरन डोम, डेविड स्लिंग और एरो सिस्टम जैसी उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणालियां विकसित की हैं.

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